सूर्य ग्रहण दोष शांति पूजा उज्जैन की पूरी जानकारी

सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) का वैदिक ज्योतिष और हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है। मान्यता है कि ग्रहण के समय नकारात्मक ऊर्जाएँ प्रबल होती हैं, जिससे जीवन में अशुभ प्रभाव पड़ सकते हैं। इन दोषों को दूर करने के लिए सूर्य ग्रहण दोष शांति पूजा की जाती है, और उज्जैन इस पूजा के लिए सर्वोत्तम स्थल माना जाता है। इस ब्लॉग में जानिए उज्जैन में सूर्य ग्रहण दोष शांति पूजा की सम्पूर्ण जानकारी।

सूर्य ग्रहण दोष क्या है?

सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य और चंद्रमा की स्थिति जातक की कुंडली में ग्रहण दोष पैदा कर सकती है। इसके प्रभाव से:

  • स्वास्थ्य समस्याएँ
  • आर्थिक नुकसान
  • पारिवारिक कलह
  • कार्यक्षेत्र में बाधाएँ

ज्योतिष के अनुसार, यदि कुंडली में सूर्य कमजोर हो या राहु-केतु से प्रभावित हो, तो ग्रहण दोष और गंभीर हो जाता है।

सूर्य ग्रहण दोष शांति पूजा क्यों आवश्यक है?

इस पूजा का उद्देश्य:

  1. ग्रहण के दौरान उत्पन्न दोषों का निवारण।
  2. सूर्य देव की कृपा प्राप्त करने के लिए विशेष अनुष्ठान।
  3. राहु-केतु के नकारात्मक प्रभावों को संतुलित करना।

उज्जैन में पूजा का महत्व

उज्जैन, मध्य प्रदेश में स्थित, हिन्दू धर्म के सात पवित्र नगरों (सप्तपुरी) में से एक है। यहाँ शिप्रा नदी के तट पर स्थित महाकालेश्वर मंदिर और अन्य प्राचीन मंदिरों में पूजा करने का विशेष फल मिलता है।

  • ज्योतिष की नगरी: उज्जैन को भारत का “मध्यबिंदु” माना जाता है, जहाँ खगोलीय गणनाएँ अत्यंत सटीक होती हैं।
  • कुंभ मेला: इस पावन नगर में हर 12 वर्ष में कुंभ मेले का आयोजन होता है, जिसमें स्नान और पूजा का महत्व बढ़ जाता है।

सूर्य ग्रहण दोष शांति पूजा विधि

उज्जैन में यह पूजा विशेष विधि-विधान से की जाती है:

  1. संकल्प: पंडित द्वारा जातक का नाम, गोत्र और संकल्प लेकर पूजा प्रारंभ।
  2. सूर्य मंत्रों का जाप: “ॐ घृणि सूर्याय नमः” और “आदित्य हृदय स्तोत्र” का पाठ।
  3. हवन: घी, जौ, तिल और विशेष औषधियों से यज्ञ किया जाता है।
  4. दान: गेहूँ, वस्त्र, या दक्षिणा दान करने का विधान।
  5. महाकालेश्वर का दर्शन: पूजा के बाद महाकालेश्वर मंदिर में जलाभिषेक करना शुभ माना जाता है।

पूजा का समय और तिथि

  • ग्रहण काल: पूजा ग्रहण के दिन या उसके तुरंत बाद की जाती है।
  • विशेष मुहूर्त: पंचांग के अनुसार अभिजीत मुहूर्त या सूर्योदय काल श्रेष्ठ है।

पूजा के लाभ

  • ग्रहण जनित दोषों से मुक्ति।
  • सूर्य की राशि (Leo) से जुड़े लाभ।
  • मानसिक शांति और आरोग्य प्राप्ति।
  • शत्रुओं पर विजय और समृद्धि।

उज्जैन में पूजा कैसे आयोजित करें?

सूर्य ग्रहण दोष शांति पूजा उज्जैन में करने से जातक को ग्रहण के सभी अशुभ प्रभावों से मुक्ति मिलती है। यदि आपकी कुंडली में सूर्य दोष है या आप ग्रहण के बाद असामान्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो उज्जैन मे पूजा कराने के लिए नीचे दिये गये नंबर पर संपर्क करे।

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