महामृत्युंजय मंत्र जाप पूजा उज्जैन
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महामृत्युंजय मंत्र जाप क्या है?
महामृत्युंजय मंत्र भगवान शिव का एक अत्यंत शक्तिशाली मंत्र है, जिसे “संजीवनी मंत्र” भी कहा जाता है। यह मंत्र मृत्यु, रोग, भय और नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा करता है। इसका नियमित जाप करने से आयु वृद्धि, स्वास्थ्य लाभ, आध्यात्मिक उन्नति और मानसिक शांति प्राप्त होती है। यह मंत्र मृत्यु भय, रोग, दुर्घटनाओं, शत्रु बाधा और नकारात्मक ऊर्जाओं से रक्षा करती है।
महामृत्युंजय मंत्र
🔱 “ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥”

महामृत्युंजय मंत्र जाप के लाभ
- मृत्यु के भय से रक्षा – यह मंत्र जीवन की रक्षा करता है और अकाल मृत्यु से बचाता है।
- रोगों से मुक्ति – यह गंभीर बीमारियों और मानसिक तनाव को दूर करता है।
- नकारात्मक ऊर्जा से बचाव – मंत्र का नियमित जाप बुरी शक्तियों और ग्रह दोषों को शांत करता है।
- आयु, स्वास्थ्य और समृद्धि में वृद्धि – यह जीवन में सुख-शांति, धन और सफलता लाता है।
- ग्रह दोष निवारण – विशेष रूप से राहु, केतु और शनि के अशुभ प्रभाव को कम करता है।
- मानसिक शांति और ध्यान में सहायक – यह मंत्र मन को शांति देता है और ध्यान में एकाग्रता बढ़ाता है।
महामृत्युंजय मंत्र जाप की पूजा विधि
जाप करने का सही समय
- ब्राह्म मुहूर्त (सुबह 4-6 बजे) सर्वोत्तम समय है।
- रात को सोने से पहले भी जाप कर सकते हैं।
- संकट के समय या बीमार व्यक्ति के पास भी किया जा सकता है।
जाप की संख्या
- 108 बार, 1100 बार, 51000 बार या 125000 बार जाप विशेष फलदायी होता है।
- बीमारी में 125000 मंत्र जाप कराना शुभ होता है।
जाप करने की विधि
- स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- किसी शांत स्थान पर रुद्राक्ष माला लेकर बैठें।
- भगवान शिव की मूर्ति/शिवलिंग के सामने दीप जलाएँ।
- मंत्र का उच्चारण शुद्धता और श्रद्धा के साथ करें।
महामृत्युंजय पूजा अनुष्ठान क्या है?
उज्जैन में महामृत्युंजय अनुष्ठान पूजा भगवान शिव, जिन्हें भोलेनाथ के नाम से भी जाना जाता है, का आशीर्वाद पाने के लिए समर्पित एक विशेष अनुष्ठान है। “महामृत्युंजय” नाम एक संस्कृत शब्द है जो तीन भागों से बना है: “महा” का अर्थ है “महान”, “मृत्यु” का अर्थ है “मृत्यु”, और “जय” का अर्थ है “विजय”। इसलिए, इसे अक्सर “महान मृत्यु-विजय” मंत्र के रूप में अनुवादित किया जाता है।
इस पूजा के दौरान, लोग भगवान शिव से अपने जीवन में यौवन और खुशी वापस लाने के लिए प्रार्थना करते हैं। वे अच्छे स्वास्थ्य, धन और लंबी उम्र की भी कामना करते हैं।
उज्जैन में महामृत्युंजय पूजा के दौरान पंडित जी जाप (जप) करते हैं। यह पूजा आमतौर पर कलश नवग्रह पूजा और गौरी गणेश पूजा जैसे अन्य अनुष्ठानों के बाद की जाती है। ऐसा माना जाता है कि काशी, उज्जैन या त्र्यंबकेश्वर जैसे पवित्र स्थानों पर यह प्रार्थना करने से भक्त को कई तरह के आशीर्वाद मिलते हैं।
उज्जैन में महामृत्युंजय पूजा अनुष्ठान के विभिन्न प्रकार क्या हैं?
उज्जैन में महामृत्युंजय अनुष्ठान पूजा को मंत्र जाप की संख्या के आधार पर विभिन्न प्रकारों में विभाजित किया जाता है, जैसे:
- पहले प्रकार में मंत्र का 11,000 बार जाप किया जाता है।
- दूसरे प्रकार में मंत्र का 21,000 बार जाप किया जाता है।
- तीसरे प्रकार में मंत्र का 31,000 बार जाप किया जाता है।
- चौथे प्रकार में मंत्र का 62,000 बार जाप किया जाता है।
- पांचवें और सबसे महत्वपूर्ण प्रकार में मंत्र का 125,000 बार किया जाता है।
उज्जैन में महामृत्युंजय जाप पूजा कैसे बुक करें?
अगर आप उज्जैन मे महामृत्युंजय जाप पूजा करवाना चाहते है, तो आप पंडित जी से संपर्क कर सकते है। पंडित जी के पास वर्षभर महामृत्युंजय जाप पूजा के लिए लोग आते है, और अपनी समस्याओ और बाधाओ से छुटकारा पाते है। अगर आप भी अपनी किसी समस्या से परेशान है, और उसके समाधान के लिए पूजा करवाना चाहते है, तो नीचे दी गई बटन पर क्लिक करके पंडित जी से बात कर सकते है।