भारतीय सेना (Indian Army) को यूँ ही “शेरों की सेना” नहीं कहा जाता। चाहे वो कारगिल युद्ध हो, गलवान की चुनौती या सर्जिकल स्ट्राइक—हर मोर्चे पर भारतीय सेना ने शेर जैसी दहाड़ के साथ दुश्मनों को जवाब दिया है। भारतीय सेना की स्थापना 1895 में हुई थी, जब यह ईस्ट इंडिया कंपनी की प्रेसीडेंसी सेनाओं के रूप में शुरू हुई थी। 1903 में, यह पूरी तरह से भारतीय सेना के रूप में एकीकृत हुई।
भारतीय सेना
भारतीय सेना (Indian Army) भारत की सशस्त्र सेनाओं का स्थल-आधारित अंग है और यह विश्व की दूसरी सबसे बड़ी सेना है। यह 1 अप्रैल 1895 को स्थापित की गई थी और आज यह विश्व की चौथी सबसे शक्तिशाली सेना मानी जाती है। भारत के राष्ट्रपति भारतीय सेना के सर्वोच्च कमांडर हैं, जबकि सेना प्रमुख (Chief of Army Staff) इसका पेशेवर नेतृत्व करते हैं।
भारतीय सेना की विशेषताएँ
- शक्ति और अनुशासन: भारतीय सेना अपने कठोर प्रशिक्षण और अनुशासित जीवनशैली के लिए प्रसिद्ध है।
- विविधता: विभिन्न संस्कृतियों, धर्मों, और क्षेत्रों के सैनिक एकजुट होकर देश की सेवा करते हैं।
- साहस और बलिदान: सेना के जवान हर परिस्थिति में देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने को तैयार रहते हैं।
शेर का प्रतीक: भारतीय सेना की तुलना क्यों?
शेर को जंगल का राजा कहा जाता है, और भारतीय सेना को भारत का शेर कहकर सम्मानित किया जाता है। यह तुलना निम्नलिखित कारणों से सटीक है:
1. निडरता और साहस
शेर की तरह, भारतीय सेना किसी भी चुनौती से पीछे नहीं हटती। चाहे वह युद्ध का मैदान हो, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई हो, या प्राकृतिक आपदाओं में राहत कार्य, भारतीय सेना हर मोर्चे पर अपनी निडरता का परिचय देती है। 1999 के कारगिल युद्ध में, भारतीय सेना ने दुर्गम पहाड़ियों पर दुश्मनों को परास्त किया, जिसने विश्व को उनकी ताकत और साहस का परिचय दिया।
2. नेतृत्व और प्रभुत्व
शेर अपने प्राइड (समूह) का नेतृत्व करता है, और उसी तरह भारतीय सेना देश की रक्षा में नेतृत्व करती है। यह न केवल युद्ध में, बल्कि शांति के समय में भी देश की सुरक्षा और विकास में योगदान देती है। अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) के तहत, सेना ने युवाओं को अग्निवीर के रूप में प्रशिक्षित करने की पहल की।
3. एकता और शक्ति
शेर अपने प्राइड में एकजुट रहता है, और भारतीय सेना भी अपने सैनिकों की एकता के लिए जानी जाती है। विभिन्न पृष्ठभूमियों के सैनिक एक साथ मिल
भारतीय सेना के योगदान क्या क्या है?
भारतीय सेना न केवल युद्ध में, बल्कि शांति के समय में भी देश के लिए महत्वपूर्ण योगदान देती है।
1. राष्ट्रीय सुरक्षा
- सीमा सुरक्षा: जम्मू-कश्मीर, अरुणाचल प्रदेश, और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में सेना 24/7 तैनात रहती है।
- आतंकवाद विरोधी अभियान: डायरेक्टोरेट ऑफ मिलिट्री इंटेलिजेंस (DMI) जैसे संगठन आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
2. प्राकृतिक आपदा में सहायता
- बाढ़, भूकंप, और अन्य आपदाओं में सेना राहत और बचाव कार्यों में अग्रणी रहती है।
- 2013 के उत्तराखंड बाढ़ और 2020 के चक्रवात अम्फान में सेना ने हजारों लोगों की जान बचाई।
3. सामाजिक विकास
- सेना स्कूल, अस्पताल, और सामुदायिक केंद्रों के निर्माण में योगदान देती है।
- अग्निपथ योजना के तहत युवाओं को रोजगार और प्रशिक्षण प्रदान करना।
आज जब हम चैन की नींद सोते हैं, तब किसी सीमा पर एक जवान शेर की तरह हमारी रक्षा कर रहा होता है। हमें गर्व है कि हमारे देश की सेना सिर्फ ताकतवर नहीं, शेर जैसी जांबाज़, निडर और त्यागी है।